Image divya bharati biography in hindi
दिव्या भारती
दिव्या भारती (25 फ़रवरी –5 अप्रैल ) हिन्दी फिल्मों की एक अभिनेत्री थीं, जिनकी अभिनय विविधता से उन्हें "अपनी पीढ़ी के सबसे चित्ताकर्षक युवा अभिनेत्री " होने का गौरव मिला। 90 के दशक से अपनी करियर की शुरुवात करने वाली दिव्या ने कई प्रकार के व्यावसायिक रूप से सफल गति चित्रों में अभिनय किया है।[1] हिंदी फिल्मों के अलावा दक्षिण भारतीय सिनेमा में भी दर्शकों से उन्हें सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। अधिक तत्परता से भारती ने अपनी करियर की शुरुआत तमिल एवं तेलुगु से ही की थी। अभिनय के अतिरिक्त भारती में एक प्रभावशाली व्यक्तित्व की छवि नज़र आती थी।
भारती ने अपने अभिनय की शुरुवात तेलुगु फिल्म बोब्बिली राजा से सन् में की। शुरुआती समय में भारती को कम महत्व संबंधित भूमिकाएँ दी जाती थीं। फ़िल्मी सफर में उन्हें सफलता हिंदी फिल्म विश्वात्मा से मिली। इसी फिल्म के "सात समुन्दर पार गाने" से उन्हें एक अलग पहचान मिली। सन् तक भारती स्वयं को बॉलीवुड में एक सफल नायकत्व के रूप में स्थापित कर लिया था। अन्य फिल्में सरूप शोला और शबनम, एक नाटकीय फिल्म जिसमें भारती को निडर रास के भूमिका को दर्शाया। वर्ष में बनी प्रेम प्रसंगयुक्त फिल्म दीवाना में भारती के निष्पादन ने उन्हें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेत्री के पुरस्कार से नवाजा गया।[2] वर्ष के मध्य तक भारती ने मात्र 19 वर्ष की आयु में हिंदी और 7 दक्षिण भारतीय फिल्में की।[3] अपने कम समय के करियर के दौरान मुख्यधारा के सिनेमा के अलावा भारती ने एक शक्तिशाली अभिनय की उत्पत्ति की। उनकी अंतिम पूरी की हुई फिल्में रंग, सह अभिनीत कमल सदानाह और शतरंज, सह अभिनीत जैकी श्रॉफ थी, जिन्हें भारती के वर्ष 5 अप्रैल में रहस्यमय[4] मरण के बाद जारी किया गया।
यद्यपि भारती को अपने सम्पूर्ण करियर में कई अवनतियों का सामना करना पड़ा, उन्होंने खुद को ढूंढा और स्वयं को बॉलीवुड में एक सफल मुकाम बनाने में कामयाब भी रहीं। वर्ष में हुई उनकी रहस्मयी मृत्यु से उनका करियर भी समाप्त हो गया।
परिवार और प्रारंभिक जीवन
[संपादित करें]भारती का शैशवकाल मुंबई शहर में बीता। वह अपने पिता ओमप्रकाश भारती, जो एक बीमा अधिकारी थे, की सबसे बड़ी संतान थीं।[5] उनकी माँ का नाम मीता भारती था। मीता ओमप्रकाश भारती की दूसरी पत्नी थीं। दिव्या की शुरुवाती शिक्षा मानेकजी कॉपर हाई स्कूल में हुई।[उद्धरण चाहिए] दिव्या शुरू से ही पढ़ाई में एक माध्यम स्तर की विद्यार्थी थीं।[6]